उत्तरी भारत के तेरह विद्यालयों में जाकर छात्रों को दाफा से परिचित कराया गया। अनेक छात्रों ने गहरी शांति और भीतर से आनंद महसूस होने की बात कही, और विद्यालय प्राचार्यों ने सकारात्मक मूल्यों के प्रसार की सराहना की।
ज़ुआन फालुन पढ़ने के बाद, गंभीर रूप से बीमार पति चमत्कारिक रूप से ठीक हो गए और फालुन दाफा के प्रति उनकी धारणा पूरी तरह बदल गई।
20 जुलाई 1999 को न्यूयॉर्क छोड़ने के बाद मास्टर ली पहाड़ों के बीच से शांतिपूर्वक दुनिया को देख रहे हैं। (प्रकाशित 19 जनवरी 2000)
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दाफा के बारे में
20 जुलाई 1999 को न्यूयॉर्क छोड़ने के बाद मास्टर ली पहाड़ों के बीच से शांतिपूर्वक दुनिया को देख रहे हैं। (प्रकाशित 19 जनवरी 2000)