![Image for article [विश्व फालुन दाफा दिवस मनाना] सत्य-करुणा-सहनशीलता का अभ्यास हमारे दिलों को आशा से भर देता है](/u/images/2025/06/unnamed_4.jpg)
यह एक ऐसे व्यक्ति की आत्मचिंतनपूर्ण कहानी है, जिसने बचपन से ही अपनी माँ के साथ चीन में फ़ालुन गोंग का अभ्यास किया। उन्होंने साथ-साथ साधना की, दमन के कठिन समय में भी अडिग रहे, और सदैव "सत्य, करुणा, और सहनशीलता" के सिद्धांतों के अनुसार जीवन जीने का प्रयास किया।
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एक महिला की कहानी है, जिसमें बताया गया है कि किस प्रकार उन्होंने फ़ालुन दाफा की मदद से अपने भीतर परिवर्तन लाया और अपनी बेटी के प्रति नाराज़गी को छोड़ दी।

फ़ालुन दाफा के बारे में जानने के बाद एक महिला ने कहा, “सत्य–करुणा–सहनशीलता लोगों को अपने हृदय खोलने और दुनिया का सामना करने में सहायता करती है।”
20 जुलाई 1999 को न्यूयॉर्क छोड़ने के बाद मास्टर ली पहाड़ों के बीच से शांतिपूर्वक दुनिया को देख रहे हैं। (प्रकाशित 19 जनवरी 2000)


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20 जुलाई 1999 को न्यूयॉर्क छोड़ने के बाद मास्टर ली पहाड़ों के बीच से शांतिपूर्वक दुनिया को देख रहे हैं। (प्रकाशित 19 जनवरी 2000)

