(Minghui.org) मैंने 20 जुलाई 1999 से पहले फालुन दाफा का अभ्यास शुरू किया था। मैं अपने अनुभव आपके साथ साझा करना चाहूंगी।

मैंने वर्षों तक सत्य को स्पष्ट किया और लोगों को चीन की कम्युनिस्ट पार्टी (सीसीपी) छोड़ने में मदद की, लेकिन मेरे पास कंप्यूटर नहीं था जिसका उपयोग करके मैं ऑनलाइन जाकर उन लोगों को पंजीकृत कर सकूं जिन्होंने पार्टी छोड़ दी थी, और इस प्रक्रिया को पूरा करने में मेरी मदद करने के लिए मुझे अभ्यासियों पर निर्भर रहना पड़ा।

दो साल पहले नवंबर में जब मैं अपने गृहनगर लौटी तो मुझे एक कंप्यूटर मिला और मैंने अभ्यास करने के बाद इंटरनेट का उपयोग करना सीखा। मैं हर दिन सत्य को स्पष्ट करने के लिए बाहर जाती थी और घर आने पर नामों की सूची अपलोड करती थी। मैं मिंगहुई वेबसाइट पर अभ्यासियों के लेख और सत्य-स्पष्टीकरण सामग्री भी पढ़ सकती थी। मैंने जो जानकारी पढ़ी उसे एकत्रित किया और लोगों को इसके बारे में बताया। जिससे उनके लिए सत्य को स्वीकार करना और पार्टी छोड़ना आसान हो गया।

पिछले साल एक दिन जब मै साइकिल से जा रही थी और बस स्टॉप से गुजरी तो एक बुज़ुर्ग महिला बस स्टॉप पर खड़ी थी। मैं रुकी, उसके पास गयी और कहा, "इस साल मौसम असामान्य है। महामारी ने अपनी तीसरी लहर शुरू कर दी है। बीजिंग और शंघाई जैसे बड़े शहरों में यह बहुत गंभीर है। चीन में [महामारी से] 400 मिलियन(40  करोड़) से ज़्यादा लोग मारे गए हैं। ईश्वर लोगों को चेतावनी दे रहा है और देख रहा है कि वे क्या करते हैं। मैं आपको सुरक्षित रहने का एक रहस्य बताती हूँ: जिस पार्टी, यूथ लीग और यंग पायनियर्स में आप शामिल हुए हैं, उसे छोड़ दें।"

वह पार्टी छोड़ने के लिए सहमत हो गई, और उसने मुझसे एक आकर्षक भेटवस्तू स्वीकार किया। एक और व्यक्ति आया। जैसे ही मैंने लोगों को दाफा के बारे में सच्चाई बताई, मौसम साफ हो गया, और अधिक लोग अपने घरों से बाहर निकल आए। मैंने उस दिन लगभग दो घंटे में 17 लोगों को सीसीपी संगठन छोड़ने में मदद की।

कंप्यूटर की मदद से, मैं मास्टरजी  के नए लेख पढ़ सकती थी, और उन्हें दूसरे अभ्यासियों को वितरित करने के लिए प्रिंट कर सकती थी। मैंने “मानव जाति कैसे अस्तित्व में आई” और “लोगो को क्यों बचाना चाहिए” को प्रिंट किया और उन्हें सौभाग्यशाली लोगों को दिया।

चिलचिलाती गर्मी से बेखौफ

पिछली साल ग्रीष्म ऋतु में बेहद गर्मी थी। सड़क पर चलते समय मुझे पसीना आ रहा था। मेरे आंसू और नाक दोनों बह रहे थे, चक्कर आ रहे थे।  ऐसा लग रहा था जैसे मुझे लू लग गयी है। लेकिन मैंने बाहर जाकर लोगों से दाफा के बारे में बात करने को प्राथमिकता दी।

सुबह भी गर्मी थी। मैं हमेशा की तरह अपनी साइकिल पर निकली और एक छात्रा से मिली, जो उच्च माध्यमिक विद्यालय में थी, और कहा, "देखिए, मौसम बदल रहा है। कोविड-19 की तीसरी लहर आ चुकी है। यह मुख्य रूप से कम्युनिस्ट पार्टी के भ्रष्टाचार और “फालुन दाफा” के दमन के कारण है। अगर आप यूथ लीग या यंग पायनियर्स में शामिल हुए हैं, तो मेरा सुझाव है कि आप अपनी सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए उन्हें छोड़ दें।"

जैसे ही उसने सुना कि मैं फालुन गोंग का अभ्यास करती हूँ, उसने कहा, "आप फालुन गोंग हैं, कृपया रुकें..." मैंने यह महसूस किया की यह छात्रा फालुन दाफा अभ्यास के बारे में गलत जानकारी और गलत सूचना से अवगत थी, मैंने उसे बताया कि फालुन गोंग क्या है, और इसे “फालुन दाफा” भी कहा जाता है। अभ्यासी सत्य-करुणा-सहनशीलता का पालन करते हैं। मैंने उसे यह भी बताया कि तियानमेन चौक में आत्मदाह की घटना फर्जी थी।”

उसने कहा "आपकी बातें सुनने के बाद, मुझे लगता है कि फालुन दाफा अच्छा है", ऐसा लग रहा था कि वह स्थिति को थोड़ा और समझ रही थी।  लेकिन मैं आज यूथ लीग नहीं छोड़ना चाहती। यह पहली बार है जब मैंने यह सुना है। मुझे अपनी माँ से बात करनी है।" मैंने उनसे आधे घंटे से ज़्यादा बात की, लेकिन उसे पार्टी  छोड़ने के लिए राजी नहीं कर सकी ।

11 बज रहे थे। चलते-चलते मैंने सोचा: हालाँकि इस छात्रा ने सीसीपी नहीं छोड़ी, लेकिन मैंने उसे दाफ़ा के बारे में सच बता दिया। इसलिए उसने कुछ तथ्य जाने और मेरा समय बर्बाद नहीं हुआ। अगर मैं आज सुबह किसी को पार्टी छोड़ने के लिए राजी नहीं कर पायी, तो मैं आज दोपहर फिर कोशिश करूँगी।

जब मैं यह सोच रही थी, तो मैंने अपने सामने छात्रों को देखा। मैं उनके पास गयी और उन्हें बताया कि महामारी की तबाही से कैसे बचा जाए, अपनी सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए सीसीपी कैसे छोड़ें, और मैंने पार्टी छोड़ने वालों को आकर्षक भेटवस्तू भेंट दी। यह जानकर कि मुझे गर्मी से डर नहीं लग रहा था और मेरा लक्ष्य लोगों को बचाना था, मुझे एहसास हुआ कि मास्टरजी उन्हें मेरे पास ले आए हैं और उद्देश्य पूरा करने में मेरी सहायता की है। मैंने आधे घंटे में 11 लोगों को सी.सी.पी. संगठन छोड़ने में मदद की। इससे मुझे एहसास हुआ कि मास्टरजी हमेशा हमारे साथ हैं। अगर हमारे विचार नेक हैं, तो मास्टरजी हमारी मदद करेंगे और परिणाम अच्छे होंगे।

सत्य को स्पष्ट करने के लिए हर अवसर का उपयोग करें

मैं दो साल पहले दिसंबर में अपने गृहनगर में थी, ठीक उसी समय जब चीन में लॉकडाउन हटाया जा रहा था। रातों-रात मेरे कई रिश्तेदारों की कोविड टेस्ट पॉजिटिव आयी। मेरा टेस्ट पॉजिटिव नहीं आया, और हर दिन मैंने पूरे परिवार की देखभाल की। मैंने सोचा: क्या प्लेग और निष्कासन प्रक्रिया गंभीर नहीं हो रही है? एक दाफा शिष्य के रूप में, मुझे लोगों को बचाने के लिए बाहर जाना होगा। मैं हर दिन सच्चाई को स्पष्ट करने के लिए बाहर जाती थी ।

एक दोपहर मैं एक बस स्टॉप पर एक युवती से मिली जो मास्क पहनकर खास रही थी। मैंने उसका अभिवादन किया। उसने बताया कि उसका कोविड वायरस टेस्ट पॉजिटिव आया है। मैंने कहा, "मैं तुम्हें एक रहस्य बताती हूँ। सी.सी.पी. छोड़ दो और तुम सुरक्षित हो जाओगी। वायरस एक महामारी है जिसे कम्युनिस्ट पार्टी को खत्म करने के लिए भेजा गया है। अगर तुम सी.सी.पी. संगठनों में शामिल हो गई हो तो तुम भी इसका हिस्सा हो। अगर तुम पार्टी में शामिल हो गए हो, तो क्या तुम इसमें शामिल नहीं हो? इसलिए तुम्हारा टेस्ट  पॉजिटिव आया है।"

उसने मुझसे पार्टी छोड़ने में मदद करने के लिए कहा। मैंने कहा, "अच्छा, दो वाक्य याद रखें, 'फालुन दाफा अच्छा है, सत्य-करुणा-सहनशीलता अच्छा है।' इन्हें हर दिन निष्ठा और विश्वास से दोहराएँ, और आप जल्द ही ठीक हो जाएंगी।" उसने मुझे धन्यवाद दिया।

मैंने दुकान में खरीदारी करने के अवसर का उपयोग कर्मचारियों और ग्राहकों को सच्चाई बताने के लिए किया। लोगों को बचाने के लिए, मैं जानबूझकर अलग-अलग दुकानों पर जाकर चीज़ें खरीदती रही और मैंने जिन लोगों से बात की, उन्हें सच्चाई बताई। मेरा पोता आया और उसने मुझे खिलौने खरीदने के लिए मॉल ले जाने के लिए कहा। हम तीन दुकानों पर गए और हमने लगभग 20 युआन खर्च किए और सच्चाई-स्पष्टीकरण संदेश दिया। हमने तीन क्लर्कों से बात की। उनमें से दो ने सी.सी.पी. छोड़ दी।

मैं एक सरकारी अधिकारी से मिली। कुछ देर की बातचीत के बाद, मैंने वर्तमान प्राकृतिक और मानव निर्मित विपत्ति के कारणों और उनसे बचने के तरीकों के बारे में बात की। वह मेरी बात से सहमत हुई और उसने सी.सी.पी. छोड़ दी। मैंने उसे दो वाक्य 'फालुन दाफा अच्छा है, सत्य-करुणा-सहनशीलता अच्छा है' बताए और उसे हर दिन दोहराने के लिए कहा। उसने मुझे धन्यवाद दिया।

इस साल के बारे में पीछे मुड़कर देखें तो, जब मैंने लोगों को सच बताया तो मुझे कई खतरनाक घटनाओं का सामना करना पड़ा। मुझे एक मोटरसाइकिल ने टक्कर मार दी, मैं गिर गयी, और दो दिनों तक चलने में असमर्थ थी, लेकिन जल्द ही सब ठीक हो गया। मेरे कर्म ऋण और परेशानियाँ मास्टरजी ने अपने ऊपर ले लिए। उन्होंने मेरी साधना को प्रभावित नहीं होने दिया, और मैंने हर दिन हमेशा की तरह तीन चीजें कीं।

मैं मास्टरजी की बहुत आभारी हूँ। मास्टरजी, कृपया निश्चिंत रहें कि साधना की यात्रा चाहे कितनी भी लंबी क्यों न हो या लोगों को बचाना कितना भी कठिन क्यों न हो, मैं तीनों काम अच्छे से करती रहूंगी और अपनी ऐतिहासिक जिम्मेदारी  पूरी करूंगी।