(Minghui.org) चीन की कम्युनिस्ट पार्टी (सीसीपी) द्वारा फालुन गोंग अभ्यासियों पर अज्ञात दवाओं और इंजेक्शनों का उपयोग एक जानबूझकर किया जाने वाला उत्पीड़न का प्रकार है जो हिरासत केंद्रों, जेलों और अस्पतालों में हो रहा है। निम्नलिखित कई उदाहरण सिचुआन प्रांत से हैं।
1. फेंग हुई
चेंगदू में फालुन गोंग की अभ्यासी सुश्री फेंग हुई, सिचुआन विश्वविद्यालय में विदेशी भाषाओं के स्कूल में व्याख्याता थीं। उन्होंने एक बार किंघई-तिब्बत राजमार्ग पर ल्हासा तक साइकिल चलाई थी और उन्हें शीर्ष दस युवा योद्धाओं में से एक के रूप में सम्मानित किया गया था। वह सिचुआन विश्वविद्यालय की पर्वतारोहण टीम की सदस्या थीं।
5 नवंबर, 2002 की रात को सुश्री फेंग को चेंगदू वुहो पुलिस विभाग के अधिकारियों ने गिरफ्तार कर लिया। पुलिस ने उनके घर की तलाशी लेने में करीब एक घंटा बिताया। इसके तुरंत बाद, उन्हें और उनके पति को क्रमशः 3.5 और 3 साल की कैद की सजा सुनाई गई। उन दोनों को उनकी नौकरी से बर्खास्त कर दिया गया।
सुश्री फेंग को 2004 में फिर से गिरफ्तार किया गया और चेंग्दू फर्स्ट डिटेंशन सेंटर में हिरासत में रखा गया। यातना से वह बहुत कमज़ोर हो गई थी। बाद में, उसे चेंग्दू के किंगयांग जिलइ के पीपुल्स हॉस्पिटल ले जाया गया और इंजेक्शन देकर उन्हें अपंग बना दिया गया। जब उन्हें घर छोड़ा गया, तो पूरा शरीर सूजा हुआ था, त्वचा अकड़ गई थी। उसकी आँखें मुश्किल से खुल पा रही थीं। उनकी बोली लड़खड़ा रही थी। उन्हें अक्सर असहनीय सिरदर्द होता था। वह अपने पैर नहीं उठा पाती थी। चलने की कोशिश करते समय वह आसानी से गिर जाती थी।
उनके परिवार द्वारा उन्हें एक बड़े अस्पताल के विशेषज्ञ क्लिनिक में ले जाया गया। डॉक्टर ने बताया कि उनका केंद्रीय स्नायुतंत्र क्षतिग्रस्त हो गया है। परिवार ने पूछा कि ऐसा कैसे हो सकता है, लेकिन डॉक्टर उन्हें ज़्यादा कुछ नहीं बता पाए।
सुश्री फैंग, जो लगभग बोलने की क्षमता खो चुकी थीं, कई सालों तक बिस्तर पर लकवाग्रस्त रहीं। बार-बार गिरफ़्तारियाँ, ब्रेनवॉश और सज़ाएँ झेलने के बाद, उनका जीवन बेहद मुश्किल हो गया था। मार्च 2019 में उनका निधन हो गया।
2. ली झोंगफैंग
चेंगदू शहर की ही सुश्री ली झोंगफैंग को 1 अगस्त, 2017 को स्थानीय बाजार में खरीदारी करते समय गिरफ़्तार किया गया था। उत्पीड़न के विरोध में वह भूख हड़ताल पर चली गईं। अदालत में उनकी सुनवाई से पहले, हिरासत केंद्र के डॉक्टर ने बार-बार उनके परिवार को बताया था कि सुश्री ली की हालत गंभीर है और उनकी जान को ख़तरा है।
10 अप्रैल, 2018 को क्विंगयांग जिला न्यायालय में सुश्री ली की सुनवाई के दिन, पुलिस सुश्री ली को निर्धारित समय से ढाई घंटे बाद यानी सुबह 11 बजे तक अदालत में नहीं ले आई। सुनवाई के दौरान सुश्री ली कमज़ोर दिख रही थीं। उनका दिमाग ठीक से काम नहीं कर रहा था, वे लगातार काँप रही थीं और उनकी बाते असंगतिक लग रही थीं। सुनवाई के दौरान मौजूद उनके रिश्तेदारों और दोस्तों को संदेह था कि उन्हें ज़हरीली दवाएँ दी गई थीं।
सुनवाई के कुछ समय बाद ही यह खबर आई कि सुश्री ली हिरासत केंद्र में मानसिक रूप से बीमार हो गई है और बिस्तर पर पेशाब और शौच करने लगी है। फिर भी हिरासत केंद्र ने उन्हें रिहा नहीं किया। उन्हें 3.5 साल की जेल की सजा सुनाई गई और 2 जुलाई, 2018 को चेंग्दू महिला जेल ले जाया गया।
3. अनाम पुरुष अभ्यासी
सिचुआन प्रांत में एक फालुन गोंग अभ्यासी को 2013 में गिरफ्तार किया गया और फिर उसे सिचुआन प्रांत के लेशान में जियाझोउ जेल में तीन साल की सजा सुनाई गई। चाहे उसे कितनी भी क्रूरता से प्रताड़ित किया गया हो, उसने अपना विश्वास छोड़ने से इनकार कर दिया। 2016 में उसकी जेल की अवधि समाप्त होने से कुछ दिन पहले, उसे अज्ञात दवाओं का एक इंजेक्शन दिया गया। कुछ दिनों बाद, उसने अपनी वाणी खो दी। उसका आधा शरीर लकवाग्रस्त हो गया। वह आज भी ठीक नहीं हो पाया है।
शिन्हुआ सामुदायिक स्वास्थ्य सेवा केंद्र में जबरन नशीली दवा के इंजेक्शन लगाए गए
चेंग्दू के किंगयांग जिले में स्थित शिन्हुआ सामुदायिक स्वास्थ्य सेवा केंद्र, जिसे पहले किंगयांग जिला अस्पताल के नाम से जाना जाता था, चेंग्दू बंदी केंद्र द्वारा अपने बंदियों के उपचार के लिए नामित एक अस्पताल है।
हिरासत केंद्र में रखे गए कई फालुन गोंग अभ्यासियों को इस अस्पताल में ले जाया गया और उन्हें अज्ञात दवाएं लेने के लिए मजबूर किया गया। इसके परिणामस्वरूप कम से कम 12 अभ्यासियों को मौत के घाट उतार दिया गया। वे हैं फेंग शियांझी, झांग चुआनशेंग, शेन लिझी, हुआंग लिशा, हू होंगयुए, गु चुआनयिंग, चेन गुइजुन, डुआन शिकिओंग, देंग जियानपिंग, झाओ झोंगलिंग, हुआंग मिन और झोउ हुईमिन।
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