(Minghui.org) चीन के संविधान में यह प्रावधान है कि नागरिकों को शिक्षा का अधिकार है। हालाँकि, 20 जुलाई, 1999 में फालुन गोंग के दमन के बाद, चीन की पुलिस ने कम से कम 156 फालुन गोंग अभ्यासियों के परिवार के सदस्यों और रिश्तेदारों को स्कूल जाने, काम करने या उनके व्यवसाय बंद करने की धमकी दी है, यदि वे अपने विश्वास को छोड़ नहीं देते 

इन 156 मामलों में से 10 : 2019 में, 66 : 2020 में, 49 :2021 में, 29 :2022 में और 2 :2023 में घटित हुए। ये घटनाएँ 26 प्रांतों और केंद्र द्वारा नियंत्रित नगर पालिकाओं में हुईं। हुबेई में सबसे ज़्यादा 24 मामले सामने आए, उसके बाद हेबेई (20), शेडोंग (17), हेइलोंगजियांग (13), लियाओनिंग (12) और सिचुआन (11) का स्थान रहा। बाकी 21 क्षेत्रों में 1 से 9 के बीच मामले थे।

चीन में सख्त "सूचना सेंसरशिप" (सुचना नियंत्रण) के कारण, रिपोर्टिंग के समय युन्नान, तिब्बत, हैनान, झेजियांग और शंघाई से सूचना एकत्र नहीं की जा सकी।

नीचे चयनित मामलों के फोटो दिए गए हैं। जिन अभ्यासियों को धमकी दी गई थी उनकी सूची यहाँ (पीडीएफ) डाउनलोड की जा सकती है ।

जानबूझकर पारिवारिक कलह को भड़काना

हेबेई प्रांत के लैंगफैंग सिटी डेवलपमेंट ज़ोन में सुश्री सु देकिन को 17 सितंबर, 2020 को हुआनकू पुलिस स्टेशन के अधिकारियों ने घर से गिरफ्तार कर लिया। उन्हें फालुन गोंग को त्यागने के लिए बयान पर हस्ताक्षर करने का आदेश दिया गया।

अधिकारियों ने उन्हें पुलिस स्टेशन ले जाने की योजना बनाई और धमकी दी कि अगर वह नहीं गई, तो वे उसे हथकड़ी लगाकर उसके दो पोते-पोतियों के सामने ले जाएंगे। उन्होंने कहा कि वे बच्चों को स्कूल जाने से भी रोक देंगे, ताकि वे उससे नफरत करें।

सुश्री सू के पति डर गए और उन्होंने पुलिस अधिकारियों से विनती की कि उन्हें हथकड़ी न लगाई जाए या उन्हें ले जाया न जाए। सुश्री सू को चिंता थी कि उनके दो छोटे पोते-पोतियों को आघात पहुंचेगा, इसलिए वह पुलिस स्टेशन चली गईं।

पोते को स्कूल से निकाला गया

9 नवंबर, 2021 को, जिउलोंगगांग पुलिस स्टेशन के निदेशक ज़ी वेनक्वान और अनहुई प्रांत के हुआनान शहर में दातोंग पुलिस विभाग के अधिकारी सुश्री ली वेनलान (जो विकलांग हैं) के काओडियनज़ी गांव में स्थित घर गए। उन्होंने उनके घर की तलाशी ली और उनकी फालुन गोंग की किताबें जब्त कर लीं।

सुश्री ली और उनके परिवार को बार-बार परेशान किया गया। उनके पोते को हाई स्कूल से निकाल दिया गया क्योंकि वह फालुन गोंग का अभ्यास करती है। बहुत दबाव में आकर सुश्री ली के बेटे ने उनकी ट्राइसाइकिल (विकलांगो के लिए तीन पहियों वाली साईकिल) तोड़ दी। तब से उनका पारिवारिक माहौल तनावपूर्ण हो गया है।

2021 में, सुश्री ली के पोते ने जिन विश्वविद्यालयों में आवेदन किया था, उन्होंने उसे दाखिला देने से मना कर दिया क्योंकि सुश्री ली ने फालुन गोंग का अभ्यास छोड़ने से इनकार कर दिया था। इस वजह से उनकी बेटी का परिवार उनसे नफरत करता था, जिससे उन पर बहुत दबाव था।

9 वर्षीय लड़की से पुलिस स्टेशन में पूछताछ की गई और उसे धमकाया गया

26 जुलाई, 2022 को, 70 वर्षीय सुश्री फैन जिनकिंग, हार्बिन शहर, हेइलोंगजियांग प्रांत की निवासी, को फालुन गोंग के उत्पीड़न के बारे में लोगों से बात करने के लिए एक बस स्टेशन पर गिरफ्तार किया गया था।

पुलिस ने उसके घर की तलाशी ली और रात 11 बजे पुलिस फिर वापस लौटी। उन्होंने सुश्री फैन की पोती को जगाया जो सो गई थी और दावा किया कि वे उसे उसकी दादी से मिलने के लिए पुलिस स्टेशन ले जा रहे हैं। लड़की उनके साथ गई। लेकिन उसे सुश्री फैन से मिलने देने के बजाय, पुलिस ने उसकी तस्वीरें लीं और उसका वीडियो रिकॉर्ड किया। उन्होंने उससे पूछताछ की, पूछा कि क्या वह भी फालुन गोंग का अभ्यास करती है और धमकी दी कि अगर वह भी अभ्यासी है तो उसे स्कूल से निकाल दिया जाएगा। पुलिस ने लड़की से रात 12 बजे तक पूछताछ की और फिर उसके रिश्तेदार से कहा कि वह उसे घर ले जाए।

अधिकारियों ने सुपरमार्केट बंद करने की धमकी दी

25 नवंबर, 2020 को हेबेई प्रांत के बाओडिंग शहर की सुश्री चेन जुनकिंग को घर पर परेशान किया गया। गांव के पार्टी सचिव ने सुश्री चेन और उनके बेटे को कार्यालय में बुलाया और उनके बेटे से उनकी ओर से गारंटी स्टेटमेंट पर हस्ताक्षर करवाए। उन्होंने उन्हें धमकाते हुए कहा कि उनका बेटा भविष्य में कॉलेज नहीं जा पाएगा या सेना में शामिल नहीं हो पाएगा। उन्होंने जवाब दिया कि अगर उनका बेटा सैनिक नहीं बन सकता, तो वह व्यवसाय करेगा क्योंकि उसके परिवार के पास सुपरमार्केट है। इसके बाद अधिकारियों ने उनके सुपरमार्केट को बंद करने की धमकी दी।

“कई पीढ़ियाँ कॉलेज नहीं जा सकेंगी”

गांव के अधिकारी, तांग जैदोंग, नवंबर 2020 को शांदोंग प्रांत के रुशान शहर की सुश्री सोंग जिहोंग के घर गए। फोन की वीडियो रिकॉर्डिंग चालू करके, तांग ने सुश्री सोंग से उनके (फालुन दाफा में ) विश्वास को त्यागने के लिए एक बयान पर हस्ताक्षर करने को कहा।

उन्होंने कहा, "आपको इस पर हस्ताक्षर कर देने चाहिए। अगर आप ऐसा नहीं करेंगे, तो आप अपने परिवार की कई पीढ़ियों की आजीविका को प्रभावित करेंगे। वे कॉलेज नहीं जा पाएंगे या सेना में शामिल नहीं हो पाएंगे।"

सुश्री सोंग ने इनकार कर दिया।

तांग 4 जून, 2021 को सुश्री सॉन्ग के घर गए। यह देखकर कि उनकी सबसे छोटी बेटी घर पर थी, उन्होंने उससे कहा, "अगर आपकी माँ दस्तावेज़ों पर हस्ताक्षर नहीं करती हैं, तो आप और आपके बच्चे प्रभावित होंगे। आपके बच्चे स्कूल नहीं जा पाएँगे या सेना में शामिल नहीं हो पाएँगे। आपकी नौकरी भी प्रभावित होगी। आपको अपनी माँ की ओर से इस पर हस्ताक्षर करने चाहिए।"

सुश्री सॉन्ग ने अपनी बेटी से कहा, "इस पर हस्ताक्षर मत करो। इससे तुम्हें कोई फायदा नहीं होगा।"

बच्चों से संबंध तोड़ने पर मजबूर करना 

हुबेई प्रांत के चेंगगुआन टाउन की 76 वर्षीय सुश्री लियू कुन्हुआ को 2022 के अंत में ज़ुहे टाउन पुलिस स्टेशन के अधिकारियों ने लोगों से फालुन गोंग के बारे में बात करने के लिए गिरफ़्तार किया था। उन्हें उनके दामाद ने जमानत पर रिहा करवाया।

सुश्री लियू के दामाद को लगातार पुलिस से परेशान करने वाले फोन आते रहे और उन्हें धमकी दी गई कि अगर उनकी सास ने फालुन गोंग को त्यागने के बयान पर हस्ताक्षर करने से इनकार कर दिया तो उन्हें अपनी नौकरी से हाथ धोना पड़ेगा। सुश्री लियू के बेटे और बेटी को भी परेशान किया गया और उनकी माँ की वजह से उन्हें अपनी नौकरी से हाथ धोना पड़ा। सुश्री लियू पर अपने बच्चों से संबंध खत्म करने के लिए बयान लिखने का दबाव डाला गया।

पड़ोस समिति के अधिकारी ने महिला को यातना शिविर में भेजने की धमकी दी

80 साल की उम्र वाली चोंगकिंग निवासी सुश्री लियू चांगशिउ 17 दिसंबर, 2020 को घर पर थीं, जब एक आदमी उनके घर में घुस आया। उन्होंने उस आदमी से उसका नाम और कार्यस्थल पूछा।

उस व्यक्ति ने जवाब देने से इनकार कर दिया और इसके बजाय कहा, "आप महामारी के दौरान सामग्री वितरित करते समय सड़क कैमरों द्वारा रिकॉर्ड की गयी थी। हमने आपको इसलिए गिरफ़्तार नहीं किया क्योंकि आप बूढ़ी हैं। यदि आप इस दस्तावेज़ पर हस्ताक्षर करती हैं, तब तक कुछ नहीं होगा। यदि आप ऐसा नहीं करती हैं, तो हम आपको उत्तर-पश्चिमी चीन या झिंजियांग के एकांत शिविर में भेज देंगे। वहाँ बहुत ठंड है। हम आपका वेतन (पेंशन) और चिकित्सा लाभ भी रोक देंगे। आपके बच्चों की नौकरी और आपके पोते-पोतियों की पढ़ाई प्रभावित होगी। यदि आप इस पर हस्ताक्षर करते हैं, तो हम फिर कभी नहीं आएंगे।"

सुश्री लियू ने फिर से उस आदमी से उसका नाम और कार्यस्थल पूछा। उसने आखिरकार उसे बताया कि उसका अंतिम नाम वू है और वह पड़ोस समिति के लिए काम करता है (बाद में उसे पता चला कि वह पड़ोस समिति का प्रमुख वू जुनपिंग है)। उन्होंने उससे कहा कि वह किसी भी चीज़ पर हस्ताक्षर नहीं करेगी और वह चला गया।

“आपके रिश्तेदारों के बच्चों की पढ़ाई प्रभावित होगी”

नवंबर 2020 में चांगझी शहर की राजनीतिक और कानूनी मामलों की समिति और शांक्सी प्रांत के पुलिस विभाग के एजेंट सुश्री लियू हुआनलान के कार्यस्थल पर गए और उन्हें अपना विश्वास त्यागने के लिए मजबूर करने की कोशिश की, लेकिन उन्होंने इनकार कर दिया। अधिकारियों ने उनके रिश्तेदारों के बच्चों को स्कूल जाने, सेना में भर्ती होने और काम करने से रोकने की धमकी दी।

वे 3 दिसंबर, 2020 को फिर से उनके कार्यस्थल पर गए और उन्हें धोखे से अपने साथ चलने की कोशिश की, लेकिन वह उनकी हरकतों को समझ गई। उस दोपहर, वे उनके बच्चे के स्कूल गए और उन्हें परेशान करने के लिए उनके बच्चे का पीछा करते हुए घर तक आए।

ग्राम समिति अधिकारी को किरायेदार के बच्चों को स्कूल जाने से रोकने की धमकी

हेबेई प्रांत के हेंगशुई शहर की सुश्री नी ज़ुवेन को कई बार परेशान किया गया। गांव के अधिकारियों ने सुश्री नी के किरायेदारों से कहा कि वे उनकी संपत्ति किराए पर न लें और कहा कि अगर वे वहां रहना जारी रखते हैं, तो उनके बच्चों को स्कूल जाने की अनुमति नहीं दी जाएगी।