इस भाग में दिए गए लेख चीन में फ़ालुन गोंग अभ्यासीों पर किए जाने वाले विभिन्न प्रकार की यातनाओं और उनके भयानक प्रभावों पर केंद्रित हैं। सबसे आम शारीरिक यातनाओं में पिटाई, बिजली के डंडों से झटके देना, जबरन नली से भोजन देना, अत्यधिक गर्मी या ठंड में छोड़ देना, छोटे पिंजरों में बंद रखना, लंबे समय तक हथकड़ी लगाए रखना और जहरीली दवाएँ इंजेक्शन के ज़रिए देना शामिल है।
ऐसी यातनाओं की लिस्ट बहुत लंबी है—अब तक 100 से ज्यादा तरीकों को दस्तावेज़ किया गया है। फ़ालुन गोंग अभ्यासी मानसिक यातनाओं का भी शिकार होते हैं, जिन्हें ब्रेनवॉश करने की कोशिश की जाती है।
चीन की जेलों और मज़दूरी शिविरों में आम और सामान्य दिखने वाली गतिविधियों को भी यातना का तरीका बना दिया जाता है। उदाहरण के लिए, एक जगह खड़े रहना ऐसा काम है जो हर कोई रोज़ थोड़े समय के लिए करता है, लेकिन जब किसी को 12 या 16 घंटे तक बिना हिले-डुले खड़ा रहने के लिए मजबूर किया जाता है, तो यह एक यातना बन जाती है। इसी तरह, अगर किसी को कई दिनों तक सोने न दिया जाए, तो उसकी जागने की अवस्था भी एक दर्दनाक सज़ा बन जाती है।