(Minghui.org) पिछले साल जुलाई के आखिर में एक रात, मैं अपनी इलेक्ट्रिक बाइक पर अभ्यासी फेंग के घर गयी। जब मैं उसके घर के प्रवेश द्वार पर पहुंची, तो मैंने कुछ सादे कपड़ों में पुलिस अधिकारियों को देखा। यह सोचकर कि कुछ ठीक नहीं है, मैंने अपनी बाइक घुमाई और वहाँ से निकलने की कोशिश की। हालाँकि, एक अधिकारी ने मुझे रोक लिया, और उसने एक इलेक्ट्रॉनिक उपकरण से मेरी एक तस्वीर खींची, जिससे उसे मेरा नाम और घर का पता तुरंत पता चल गया। उसने अपने सहकर्मियों को बुलाया और उन्हें आने के लिए कहा, क्योंकि उसने "दूसरे अभ्यासी को पकड़ लिया है।"

वे मुझे घसीटकर प्रांगण में ले गए, जहाँ मैंने देखा कि एक साधक वहाँ खड़ा था, जबकि फैंग अभी भी अपने घर के अंदर थी, और दो अधिकारी उस पर नज़र रखे हुए थे। उन्होंने मुझे बैठने के लिए कहा, लेकिन मैंने मना कर दिया। उन्होंने ज़ोर नहीं दिया। उनकी बातचीत सुनकर मुझे समझ में आ गया कि वे लंबे समय से फैंग पर नज़र रख रहे थे। रात करीब 9:00 बजे पुलिस स्टेशन से अधिकारी मुझे गिरफ़्तार करने आए। जब उन्होंने मुझे हथकड़ी लगाने की कोशिश की, तो मैंने सहयोग नहीं किया। फिर उन्होंने मेरे हाथों को पीछे की ओर खींच लिया और मुझे हथकड़ी लगा दी।

मुझे पुलिस स्टेशन ले जाया गया और एकांत कारावास में डाल दिया गया। कुछ देर बाद एक लंबा अधिकारी आया और उसने मेरा पता पूछा। मैंने कुछ नहीं कहा।  मैं पहले कभी इस पुलिस स्टेशन में नहीं गयी थी, इसलिए मुझे लगा कि मुझे उन्हें सच्चाई बताने के अवसर का सदुपयोग करना चाहिए । मैंने कहा, "आप एक दयालु व्यक्ति लगते हैं। यह भाग्य की बात होगी कि हम मिले। मैं आपको वही बताऊंगी जो मैं जानती हूँ और मुझे उम्मीद है कि हमारी मुलाक़ात आपके लिए एक अच्छा भविष्य लाएगी।" उसने मुझे बात करने दी।

मैंने कहा, "हम फालुन दाफा अभ्यासी अच्छे लोग हैं। हम सत्य, करुणा और सहनशीलता का पालन करते हैं, और हम बुरे काम नहीं करते। टीवी पर दिखाई गई तियानमेन चौक आत्मदाह घटना मनगढ़ंत थी, और उसमें सभी तरह की खामियाँ थीं। जियांग जेमिन “फालुन दाफा” का दमन करता है क्योकि इतने सारे लोग इसका अभ्यास करते हैं, उसे ईर्ष्या होती हैं। आजकल फालुन दाफा पूरी दुनिया में फैल चुका है और 100 से ज़्यादा देशों में लोग इसका अभ्यास कर रहे हैं। क्या आपने सुरक्षित भविष्य के लिए चीन की कम्युनिस्ट पार्टी (सीसीपी) छोड़ने के बारे में सुना है? सी.सी.पी., उसकी यूथ लीग और यंग पायनियर्स को छोड़ने के बाद ही लोग अपने लिए उज्ज्वल भविष्य सुनिश्चित कर सकते हैं।"

वह शांत भाव से मेरी बात सुनता रहा। मैंने मन ही मन मास्टरजी से विनती की कि वे मुझे मजबूत करें और इस सच्चाई को समझने में उसकी मदद करें। मैंने अधिकारी से पूछा कि क्या वह सीसीपी में शामिल हो गया है। उसने मुझे बताया कि वह सी.सी.पी. का सदस्य है। मैंने कहा, "कृपया मेरी बात सुनें। यह आपके अपने भले के लिए है। अपने सुरक्षित भविष्य को सुनिश्चित करने के लिए सीसीपी छोड़ दें। इसमें आपको कुछ भी खर्च नहीं करना पड़ेगा। आपको कुछ भी भुगतान नहीं करना है और आपको इसके लिए कड़ी मेहनत भी नहीं करनी है। आपको बस इस पर विश्वास करने की ज़रूरत है।" वह सहमत हो गया। मैंने उसके लिए एक उपनाम चुना और उसे सीसीपी छोड़ने में मदद की।

अगली सुबह मुझे एक ब्रेनवॉशिंग सेंटर ले जाया गया, जहाँ मुझे दो बिस्तरों वाले एक कमरे में रखा गया। अधिकारी ए ने पूछा कि मुझे सत्य-स्पष्टीकरण सामग्री कहाँ से मिली। मैंने उत्तर दिया, "यह भाग्य ही होगा कि हम मिले। आप काफी दयालु दिखते हैं और मुझे आशा है कि आपका भविष्य उज्ज्वल होगा। दाफ़ा अभ्यासी सत्य, करुणा और सहनशीलता के सिद्धांतों का पालन करते हैं, और हम पाँच व्यायामों का अभ्यास करते हैं। जब से मैंने साधना का अभ्यास शुरू किया है, मैंने पिछले चौबीस वर्षों से कोई दवा नहीं ली है। मेरी सभी बीमारियों ठीक हो गयी है, और मैं स्वस्थ हूँ। क्या आपको लगता है कि “फालुन दाफ़ा” का अभ्यास करना अच्छा है?" वह सहमत था, लेकिन उसे आश्चर्य हुआ कि मैं लोगों को दाफ़ा के बारे में क्यों बताती हूँ।

मैंने कहा, "हम करुणा की साधना करते हैं, और लोगों को उन अच्छी चीजों के बारे में बताते हैं जिनके बारे में हम जानते हैं। क्या ऐसा करना सही नहीं है? सीसीपी ने अपने राजनीतिक अभियानों में 80 लाख  से अधिक लोगों को मार डाला है। यह अभी भी फालुन दाफा का अभ्यास करने वाले अच्छे लोगों को प्रताड़ित कर रही है, और उनके जीवित रहते हुए उनके शरीर से अंगों को निकाल कर प्रत्यारोपण करके भारी मुनाफा कमा रही है। सीसीपी ने बहुत सारे बुरे काम किए हैं। देवलोक, सीसीपी और उसके संगठनों को खत्म कर रहा है। यूथ लीग और यंग पायनियर्स सहित सभी सी.सी.पी. सदस्य इसका हिस्सा हैं और उन्हें दण्डित किया जाएगा। मैं आपको सलाह देती हूं कि आप सुरक्षित भविष्य के लिए जितनी जल्दी हो सके सी.सी.पी. और उसके संगठनों को छोड़ दें?" "मैं नहीं छोड़ूंगा!" उन्होंने जवाब दिया। "मैं लगभग 30 वर्षों से सी.सी.पी. का सदस्य हूं। आपने कई वर्षों तक साधना की है, क्या आप उड़ सकते हैं? क्या आपने किसी को ठीक किया है? अगर आप उड़ सकते तो मैं आप पर विश्वास करता और साधना भी करूंगा।" "साधना कोई प्रदर्शन नहीं है," मैंने जवाब दिया। "हमारे मास्टरजी हमें लोगों को ठीक करने की अनुमति नहीं देते हैं। यह "जुआन फालुन" में स्पष्ट रूप से कहा गया है। आपको यह अनमोल किताब पढ़नी चाहिए।” मैंने उससे तियानमेन चौक की घटना के बारे में भी बात की। ऐसा लग रहा था कि उसे  ज़्यादा कुछ समझ में नहीं आया, लेकिन उसने मेरी बात सुनी।

दोपहर में वह मेरी बात सुनना नहीं चाहता था, और मुझसे पूछने लगा कि मुझे यह सामग्री का पैकेट कहाँ से मिला। उसने कहा कि अगर मैं उसे बता दूँ तो वह मुझे जाने देगा। मैंने जवाब दिया, "मैं तुम्हें नहीं बताऊंगी। अगर मैं तुम्हें बताऊंगी तो यह तुम्हारे लिए अच्छा नहीं होगा। जब फालुन दाफा की पुनःस्थापना होगी, तो यह इस बात का सबूत होगा कि तुमने मुझे प्रताड़ित किया है। तब तुम क्या करोगे? इसके अलावा, अगर मैं तुम्हें बताऊंगी, तो क्या तुम उन्हें गिरफ्तार करके प्रताड़ित करोगे?" उसने सवाल किया, "तुम्हें कैसे पता कि उन्हें गिरफ्तार किया जाएगा? शायद हम उन्हें अकेला छोड़ दें।" "तुम सीसीपी की प्रकृति जानते हो," मैंने जवाब दिया। "अपने लक्ष्य को प्राप्त करने के लिए, यह लोगों से झूठ बोलती है, लोगों को दूसरों के खिलाफ जाने के लिए उकसाती है, और लोगों को धोखा देने के लिए परिस्थितियाँ पैदा करती है। यह कुछ भी कर सकता है। बस इतना ही मैं तुम्हें बता सकती हूँ। मैं देख सकती हूँ कि तुम एक दयालु व्यक्ति हो।"

ब्रेनवॉशिंग सेंटर ने दिन में मुझ पर निगरानी रखने के लिए अधिकारी ए और एक अन्य को नियुक्त किया, और रात में अधिकारी बी और सी को। उन्होंने शुरू में मुझे बिस्तर पर सोने की अनुमति दी, लेकिन तीन दिन बाद, यह देखते हुए कि मैंने अभी भी उनके साथ सहयोग नहीं कर रही थी, उन्होंने मुझे सोने नहीं दिया। रात में, जब अधिकारी बी और सी आए, तो अधिकारी ए ने उनसे कहा कि मैं कमरे के कोने में व्यायाम कर सकती हूँ या बस वहाँ बैठ सकती  हूँ, लेकिन मुझे सोने की अनुमति नहीं है। यह सुनकर मुझे खुशी हुई, क्योंकि मैं कई दिनों से व्यायाम नहीं कर पाई थी।  मैंने व्यायाम करना शुरू कर दिया।

मैंने अपने जूते उतारे और ध्यान करने बैठ गयी। अधिकारी सी ने देखा कि अधिकारी बी बिस्तर बना रही है, सोने की तैयारी कर रही है, और बिस्तर पर दो तकिए रखे हुए थे। अधिकारी सी ने बी से कहा, "उसे एक तकिया दे दो ताकि वह उस पर बैठकर अपना व्यायाम कर सके।" मुझे लगा कि अधिकारी सी में कुछ दया है। अधिकारी बी ने मेरी ओर देखा, और जवाब दिया, "उसे फर्श पर बैठने दो।" थोड़ी देर बाद, उसने मुझसे पूछा, "क्या वहां बैठने पर तुम्हे एयर कंडीशनर की हवा नहीं लग रही है?" मैं समझ गया कि वह संकेत दे रही थी कि मैं अपनी बैठने की जगह बदल सकती हूँ। यह देखकर कि उसमे कुछ दया है, और यह सोचकर कि मास्टरजी लोगों को बचाना चाहते हैं, मैंने उसे सच्चाई बताई। फिर मैंने उसे सी.सी.पी. और उसके युवा संगठनों को छोड़ने की सलाह दी। हालाँकि,उसने मना कर दिया। अधिकारी बी ने एक बार कहा, "अगर तुम मेरी माँ जितनी उम्र के नहीं होती, तो मैं तुम्हें पीटती।" मैंने जवाब दिया, "तुम एक दयालु बच्ची हो और ऐसा नहीं करोगी।" मुझे पता था कि मास्टरजी ने मेरी रक्षा की। जब तक हम एक स्पष्ट मन रखते हैं, मास्टरजी हमारी परेशनियो का समाधान करते हैं।

इस कष्ट का अनुभव करते हुए, मैंने अपने भीतर देखा कि मुझपर क्यों ज़ुल्म किया गया। मैंने पाया कि मैं अपने पति से नाराज़ थी क्योंकि इतने सालों तक जब अभ्यासियों ने उन्हें सच बताया तब भी वह सुनते नहीं थे। इसके अलावा, वह खाना नहीं बनाते थे, और उनके खाने को लेकर बहुत ज़्यादा नखरे थे। मैंने यह भी पाया कि मैं वासना से जुड़ी हुई थी,  ईर्ष्यालु थी और मेरी मानसिकता बहुत प्रतिस्पर्धी थी।

मेरे अंदर ये सभी आसक्तियाँ बहुत समय से थीं। पुरानी ताकतों ने उन्हें स्पष्ट रूप से देखा और मुझे प्रताड़ित करने के लिए इस परिस्थिति का फायदा उठाया। अपनी समस्या को समझते हुए, मुझे शर्मिंदगी महसूस हुई और मैंने सोचा कि मैं मास्टरजी द्वारा मुक्ति के योग्य नहीं हूँ। अब से, मैं अपनी आसक्तियों को छोड़ने और अपने हर विचार की साधना करने पर ध्यान दूँगी । मैं एक सच्ची दाफ़ा साधक बनना चाहती  हूँ और अपनी पूर्व में की प्रतिज्ञाओं को पूरा करना चाहती हूँ।